सीएमओ आफिस के कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से संचालित हो रहे हैं विवादित निजी अस्पताल

Jan 11 2023

सीएमओ आफिस के कुछ अधिकारियों की सांठगांठ से संचालित हो रहे हैं विवादित निजी अस्पताल

लखनऊ। राजधानी के कुछ विवादित निजी अस्पताल सीएमओ आफिस के अधिकारियों से सांठगांठ कर संचालित हो रहे हैं। क्योंकि वहां से विवादित अस्पतालों के संचालन की रोक कागजों तक है। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है। सोमवार को सोशल मीडिया पर एक अस्पताल के संचालक का आडियो वायरल हुआ। वायरल आडियो में तीमारदार और अस्पताल संचालक से मरीज लाने की बात हो रही है। संचालक तीमारदार से पूछता है कि मरीज कहा तक पहुंचा है, मैं अस्पताल में इंतजार कर रहा हूं। इस अस्पताल पर सीएमओ आफिस से मरीजों को भर्ती करने के लिए रोक लगी है। वायरल आडियो की खबर अखबारों में प्रकाशित हुई लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अफसर आंख और कान बंद कर बैठे हैं।
बता दें कि लखीमपुरी खीरी के निघासन के निवासी राम औतार की आंतें फट गई थीं। मरीज को जिला अस्पताल से केजीएमयू रेफर किया गया था। आरोप है निजी अस्पताल के दलाल ने मरीज को फैजुल्लागंज बंधा रोड स्थित मेड स्टार हॉस्पिटल में दस दिसंबर को भर्ती कराया था। बिल का बाकी पैसों के भुगतान न कर पाने पर मरीज को बंधक बनाने का आरोप लगा था। इतना ही नही मरीज के तीमारदार को बंधक बना कर उसकी जम कर पिटाई की गई थी। पिटाई का विडियो वायरल हुआ था। वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसर अस्पताल पहुंचे और कमियां मिलने पर अस्पताल में मरीजों के भर्ती पर रोक लगा दिए थे। बीते 26 दिसंबर से अस्पताल में मरीजों की भर्ती पर रोक लगी है। फिरभी
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों व अस्पताल से सांठगांठ मरीज भर्ती किए जा रहे हैं।
सीतापुर जिला अस्पताल के एंबुलेंस ड्राइवर ने तीमारदार को अस्पताल संचालक का नंबर थमाया। सस्ता व बेहतर इलाज का झांसा दिया। तीमारदार ने अस्पताल संचालक को फोन किया,तो उसने मरीज को अस्पताल लाने की बात कही। इस पूरे मामले का आडियो सोशल मीडिया पर सोमवार को वॉयरल हुआ।
नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. एपी सिंह ने बताया अभी अस्पताल में नए मरीज भर्ती किए जाने की अनुमति नहीं दी गई है। अस्पताल में नए मरीज भर्ती मिले तो ताला लगाया जाएगा। वहीं अस्पताल का संचालक रियाज का कहना है अस्पताल में अभी मरीजों की भर्ती नहीं हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अफसर और संचालक की बातों से लगता है कि आपसे में सांठगांठ है। क्योंकि संचालक मरीजों को भर्ती करने के लिए बुला रहा है।